PM Vishwakarma Yojana 2025: अब ₹3 लाख तक लोन मिलेगा, ₹15,000 का टूलकिट, ट्रेनिंग और सरकारी आईडी – जानिए पूरी जानकारी
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 (PM Vishwakarma Scheme) भारत सरकार की एक फ्लैगशिप योजना है, जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक, तकनीकी और डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है। अगर आप भी किसी पारंपरिक व्यवसाय जैसे सुनार, लोहार, कुम्हार, दर्जी या मोची जैसे काम से जुड़े हैं, तो ये योजना आपके लिए सुनहरा मौका है।
PM Vishwakarma Yojana क्या है?
इस योजना के तहत देश के 18 पारंपरिक श्रमिक वर्गों की पहचान की जाती है, उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है, उन्हें उपकरण सहायता प्रदान की जाती है और 3 लाख रुपये तक का व्यवसाय ऋण दिया जाता है – केवल 5% ब्याज दर पर। इसके अलावा डिजिटल लेनदेन सहायता और मार्केटिंग सहायता भी दी जाती है।
2025 का नया अपडेट
- अब तक 26.87 लाख से अधिक पंजीकरण पूरे हो गए हैं।
- चंडीगढ़ जैसे शहरों में मई 2025 में विशेष रजिस्ट्रेशन ड्राइव की गई।
- ₹551.80 crore के लोन स्वीकृत जा चुके हैं।
- ₹15,000 की टूलकिट अनुदान सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जा रही है।
- डिजिटल ट्रांजेक्शन करने वालों को विशेष इंसेंटिव भी मिल रहा है।
इस योजना से आपको क्या मिलेगै?
लाभ | विवरण |
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प्रशिक्षण | बेसिक (5-7 दिन) और एडवांस (15 दिन) ट्रेनिंग + ₹500 प्रतिदिन वजीफा |
टूलकिट सहायता | ₹15,000 की आधुनिक उपकरण सहायता |
लोन सुविधा | ₹1 लाख पहले चरण में + ₹2 लाख दूसरे चरण में (5% ब्याज पर) |
पहचान | Vishwakarma ID कार्ड और सर्टिफिकेट |
डिजिटल सपोर्ट | डिजिटल लेनदेन पर इंसेंटिव और मार्केटिंग सपोर्ट |
पात्रता शर्तें
- भारत का नागरिक हो और 18 साल से ऊपर हो।
- परिवार में कोई सरकारी नौकरी में न हो।
- पारंपरिक कारीगरी कर रहा हो (18 पेशों में से एक)।
- पिछले 5 वर्षों में किसी समान सरकारी लोन योजना का लाभ न लिया हो।
आवेदन कैसे करें?
- pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
- आधार से OTP वेरिफिकेशन करें।
- नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन कराएं।
- आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
- ग्राम पंचायत/नगर निकाय से सत्यापन कराएं।
ज़रूरी दस्तावेज़
- आधार कार्ड (मोबाइल लिंक होना ज़रूरी)
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- राशन कार्ड या परिवार के सदस्यों के आधार कार्ड
कौन-कौन से बिजनेस इस योजना में शामिल हैं?
दर्जी, सुनार, लोहार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, बढ़ई, नाव निर्माता, हथियार निर्माता, धोबी, नाई, टोकरी/चटाई बनाने वाले, और 18 अन्य।
यदि आप पारंपरिक कारीगर हैं तो यह योजना आपके लिए सरकारी सहायता का सुनहरा अवसर है। ₹3 लाख तक के आसान लोन, मुफ्त ट्रेनिंग, ₹15,000 की टूलकिट और सरकारी पहचान कार्ड जैसे फायदे आपके हुनर को नई ऊँचाई दे सकते हैं।
तो आखिरी देर मत कीजिए – pmvishwakarma.gov.in पर जाकर अभी आवेदन करें!